ज्वेलरी पिंक पेपर: क्यों सुनार सोने-चांदी के आभूषण गुलाबी कागज में ही लपेटकर देते हैं?

सोना-चांदी खरीदते समय क्यों मिलता है पिंक पेपर पैकिंग?

Suditi Raje | Published: August 19, 2025 18:56 IST, Updated: August 19, 2025 18:57 IST
ज्वेलरी पिंक पेपर: क्यों सुनार सोने-चांदी के आभूषण गुलाबी कागज में ही लपेटकर देते हैं?

19 अगस्त 2025, नई दिल्ली

जब भी आप किसी सुनार की दुकान से सोना या चांदी खरीदते हैं, तो आपने ज़रूर नोटिस किया होगा कि गहनों को हमेशा गुलाबी रंग के कागज (Pink Paper) में लपेटकर ही दिया जाता है। अक्सर लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर इस परंपरा की वजह क्या है।

गहनों की खरीदारी और ज़रूरी बातें

सोने-चांदी के आभूषण सिर्फ सुंदर डिज़ाइन की वजह से ही नहीं, बल्कि निवेश (Investment) के तौर पर भी खरीदे जाते हैं। ज़रूरत पड़ने पर इन्हें बेचकर अच्छी रकम पाई जा सकती है। हालांकि, सोना खरीदते समय बिल लेना बेहद ज़रूरी है क्योंकि बिना बिल के भविष्य में गहने बेचने पर परेशानी हो सकती है।

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गुलाबी कागज की परंपरा

अब बात आती है उस सवाल की कि गहनों को गुलाबी कागज में ही क्यों लपेटा जाता है। दरअसल, यह कोई नई बात नहीं बल्कि पुरानी परंपरा है। पुराने समय से ही सुनार गुलाबी कागज का इस्तेमाल करते आ रहे हैं और आज भी यह चलन जारी है।

इसके पीछे की वजहें

  1. खरोंच से बचाव – कागज आभूषणों को सीधे बॉक्स से रगड़ने या खरोंच लगने से बचाता है।

  2. चमक बढ़ाना – गुलाबी कागज में हल्की धात्विक चमक होती है, जिसकी वजह से उसमें रखे गहने और भी ज्यादा आकर्षक और चमकदार दिखाई देते हैं।

  3. एक समानता और पहचान – सभी सुनार यही तरीका अपनाते हैं, जिससे यह परंपरा आज भी कायम है और ग्राहकों के लिए यह गहनों की पैकेजिंग का हिस्सा बन गई है।

हालांकि इसके पीछे कोई वैज्ञानिक या आधिकारिक कारण नहीं बताया गया है, लेकिन परंपरा, आकर्षक प्रस्तुति और गहनों की सुरक्षा – यही वजह है कि सुनार आज भी सोने-चांदी के आभूषण गुलाबी कागज में ही लपेटकर देते हैं।

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