फरीदाबाद। नवरात्र को लेकर जिले के सभी छोटे-बड़े मंदिर सजकर तैयार हो गए हैं।

फरीदाबाद। नवरात्र को लेकर जिले के सभी छोटे-बड़े मंदिर सजकर तैयार हो गए हैं।

शनिवार को सर्वपितृ अमावस्या के साथ शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। वहीं, बाजारों में नारियल, चुनरी, पूजन सामग्री के अलावा फल-फूल भी सज चुके हैं। घरों के अलावा मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की व्यवस्था की गई है। नवरात्र के मद्देनजर जिले के प्रमुख देवी मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

तिकोना पार्क एनआईटी-1 नंबर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि नवरात्रों को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है। दर्शन करने के दौरान भक्तजनों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हाे उसके लिए सेवादारों को ड्यूटी पर लगाया गया है। वहीं पुलिस भी लोगों की सुरक्षा के लिए मौजूद रहेगी। इसके अलावा भक्तजनों के लिए प्रसाद वितरण की व्यवस्था भी की गई है। एनआईटी- 5 नंबर स्थित बांके बिहारी मंदिर, सेक्टर-16 स्थित कालीबाड़ी मंदिर, पल्ला, दीपावली एन्क्लेव स्थित दुर्गा मंदिर आदि में भी नवरात्र के लिए विशेष तैयारी की गई है।फरीदाबाद। नवरात्र को लेकर जिले के सभी छोटे-बड़े मंदिर सजकर तैयार हो गए हैं।

इस मंदिर की है सबसे ज्यादा मान्यता
कुंडली गाजियाबाद पलवल एक्सप्रेस वे के निकट मोहना गांव के जंगलों में बना मां कालका का मंदिर दूर-दूर तक मशहूर है। मंदिर में नवरात्र के मौके पर भक्तों का हुजूम उमड़ता है। गांव के लोग शुभ कार्य से पहले मां की पूजा जरूर करते हैं। मंदिर के संरक्षक राहुल ने बताया कि गांव में बना मां कालका का मंदिर काफी प्राचीन है। अज्ञातवास के दौरान पांडव जब इस इलाके से गुजरे तो यहां स्थित कालका मंदिर में मां की पूजा-अर्चना कर विजयी होने का आशीर्वाद मांगा था। मंदिर के प्राचीन होने का सबूत मंदिर के आसपास बने 4 विशालकाय खंभे हैं। यहां दिल्ली और यूपी के भक्तजन भी माता के दर्शन के लिए आते हैं।

नवरात्रों को लेकर बाजार सजकर हुए तैयार
बाजार में सजी दुकानों में मां के डिजाइनर लहंगे व चुनरिया आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। दुकानदार गोविंद ने बताया कि नेट व लाल रंग की माता की चुन्नी लोगों को काफी पसंद आ रही है। चुनरी की कीमत 50 से लेकर 500 से तक है। लोग मां के सिंगार का सामान भी खरीद रहे हैं।

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