22nd December 2023
पुंछ, जम्मू-कश्मीर: बफलियाज इलाके के सावनी क्षेत्र में वीरवार की शाम को आतंकियों ने सैन्य वाहनों पर किया हमला, जिसमें पांच जवान शहीद हो गए हैं, जबकि दो जवान घायल भी हैं। इस हमले के बाद जवानों ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।
हमले का सबसे पहला प्रहार आतंकियों ने ग्रेनेड से किया, जिसके तुरंत बाद अंधाधुंध गोलियां बरसाई गईं। यह घटना भाटादूड़ियां में हुए हमले की तरह है, जो अब सावनी इलाके में भी दोहराया गया है। आतंकी इलाके के घने जंगलों में सड़कों पर सैन्य वाहनों का इंतजार कर रहे थे।
आतंकी हमले के तुरंत बाद, जवानों ने मोर्चा संभालते हुए मुंहतोड़ जवाब दिया, जिससे आतंकियों को बड़ा झटका पहुंचा। इस हमले में जवानों की बहादुरी और साहस को सराहा जा रहा है।
पुंछ जिले में फैला 729 वर्ग किलोमीटर का घना जंगल आतंकियों के लिए मुफीद साबित हो रहा है। इस जंगल में आतंकी गतिविधियों को ट्रैक करना चुनौतीपूर्ण हो रहा है, और आतंकियों ने इसे अपने आप में एक सुरक्षित आवास स्थल बना रखा है।
पिछले दो साल में पुंछ में हुए चार बड़े आतंकी हमलों में इस जंगल की आड़ में आतंकी गुट अपने दुष्मनों के प्रति अपने खतरनाक इरादों को अंजाम देता रहा है।
भाटादूड़ियां, सुरनकोट, चमरेड, पंगेई, चकां दा बाग, और थानामंडी-सुरनकोट रोड में स्थित इस जंगल में आतंकी हमले हो रहे हैं, जिससे सुरक्षाबलों के लिए यह चुनौतीपूर्ण हो रहा है।
इसे लेकर सेना ने तत्परता दिखाई है और इसे और सुरक्षित बनाए रखने के लिए कई उपायों पर विचार किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के रियासी, पुंछ, और राजोरी जिलों में बढ़ते आतंकी हमलों के खिलाफ सेना ने कड़ा प्रतिसाद दिखाया है। इस साल अब तक इन तीनों जिलों में 28 आतंकियों को मौत के घाट उतारा गया है, जबकि 19 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं।
राजोरी जिले में हुए हमलों में 10 आतंकी मारे गए हैं, जबकि 14 जवान शहीद हुए। पुंछ जिले में 15 आतंकियों को मौत के घाट उतारा गया है, जबकि पांच जवान भी शहीद हुए। रियासी में तीन आतंकी मारे गए हैं, और अधिकांश इन्हें सीमा के पार से घुसने का प्रयास करते समय मारा गया है।
सेना के अधिकारी के अनुसार, इन जिलों में तलाशी अभियान और सुरक्षा बढ़ाई गई है, ताकि आतंकी गुटों को तबाह किया जा सके और सीमा सुरक्षित रहे।
आतंकी हमलों के खिलाफ सेना और सुरक्षा बलों का सख्त सामना जारी है, जिससे देश की सुरक्षा में और भी मजबूती हो सके।