Poonch हमला: हमले के दौरान पांच लोगों के फोन सक्रिय थे, ग्रेनेड हमला के बाद गोली बरसाईं गई, बड़ा इनपुट मिला

Poonch हमला: हमले के दौरान पांच लोगों के फोन सक्रिय थे, ग्रेनेड हमला के बाद गोली बरसाईं गई, बड़ा इनपुट मिला

Sat, 23 Dec 2023 1:58 am

पुंछ जिले में आतंकियों द्वारा सैन्य वाहन पर हमला करके पांच जवानों को शहीद करने और दो को गंभीर रूप से घायल करने की घटना के दूसरे दिन, सुरक्षाबलों ने आतंकियों की पहचान के लिए घटना स्थल के सबसे निकट ग्रामीण क्षेत्रों से 20 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है।

विस्तार से जानकारी के अनुसार, पुंछ जिले के सावनी इलाके में हुए दो सैन्य वाहनों पर हुए आतंकी हमले के बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम और सेना के 16वीं कोर के कमांडर ने शुक्रवार को मौके की जांच की। इसके दौरान, 20 से अधिक संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया है।

प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि आतंकी ने ग्रेनेड हमले के बाद स्टील बुलेट का इस्तेमाल किया, जिससे गाड़ियों में छेद हुआ है। इस दौरान, ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है आतंकियों की तलाश में। सुरक्षा बलों द्वारा खोजी कुत्तों की भी प्रयास शुरू की गई है।

डीआईजी के नेतृत्व में एक एसएसपी स्तर के अधिकारी टीम एनआईए टीम द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों की निगरानी रख रही हैं। साथ ही, सेना के 16वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल संदीप जैन और डीजीपी आरआर स्वैन ने स्थिति की समीक्षा की है ग्राउंड जीरो पर।

इसके अलावा, हेलीकॉप्टर और खोजी कुत्तों को भी आतंकियों का पता लगाने के लिए तैनात किया गया है। गाड़ियों के बीच दर दर का पर्दा डालने के लिए रातभर घेराबंदी के बाद, सुबह में व्यापक तलाशी अभियान की शुरुआत की गई है। इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को बुलाया गया है। हमले के बाद डेरा गली वाले इलाके की सड़क को बंद कर दिया गया है।

सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थिति की नजर रखते हुए, डीजीपी आरआर स्वैन और जीओसी ने डेरा गली स्थित 48 राष्ट्रीय राइफल्स मुख्यालय पहुंचकर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। इन अधिकारियों ने जवानों की बलिदानी श्रद्धां

जलि अर्पित करते हुए मुश्किल घड़ी में पूरी सेना का साथ दिया है।

इस दौरान, पूरे जंगल क्षेत्र में तलाशी अभियान जारी है और शाम को सेना ने जंगल में चार से छह राउंड फायरिंग की है ताकि आतंकी छिपे हों तो उनके साथ जवाबी कार्रवाई की जा सके। सेना ने डेरा गली, सावनी गली, और आसपास के इलाकों से 20 संदिग्धों को हिरासत में लिया है और इनसे पूछताछ जारी है।

हमले में एम-4 कारबाइन के इस्तेमाल की भी सूचना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। हमले के बाद सैन्य ट्रक के साथ इसकी फोटो सामने आई है।

कई संवेदनशील गांवों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है और इलाके में चमरेड, मस्तान दर्रा, दराबा, बफलियाज, सावनी गली, डेरा की गली आदि संवेदनशील इलाकों में खोजी जा रही है। इसके साथ ही, इलाके में कई ढोक (कच्चे मकान) हैं, जो किसी समय आतंकियों के छिपने के लिए इस्तेमाल हो सकते हैं।

विपरीत परिस्थितियों में, जवान ड्यूटी पर मुस्तैद हैं और हमले के बाद उन्हें अधिकाधिक समय तक एक ही स्थान पर तैनात किया गया है। जबकि पाला गिरने से सड़कें जम जा रही हैं, जवान ड्यूटी पर बनाए गए हैं।

वारदात के समय, पांच लोगों के फोन सक्रिय थे, जिन्होंने पूछताछ के लिए उठाये गए हैं, ताकि उनसे आतंकी हमले की जानकारी प्राप्त की जा सके। आज सुबह से ही सुरक्षाबलों ने सावनी गली के दो पिता-पुत्रों से पूछताछ करने के लिए उठाया। इसके बाद, दोपहर में, इसी गांव के कई लोगों को भी उठाया गया। बफलियाज के मस्तानदा टोपापीर से भी नों लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया है, जिनमें से कुछ को उनकी संदिग्ध गतिविधियों के लिए उठाया गया है।

इस प्रकार, सुरक्षाबलों द्वारा उठाए गए लोगों से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है कि सैन्य वाहनों पर हमला करने वाले आतंकियों की संख्या, उनका स्थान, और उनकी गतिविधियों का पता लगाया जा सके।

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