17 फरवरी 2024
आजकल जहां आधुनिक जगत ने लोगों के जीवन को टेक्नोलॉजी और उसके नए आविष्कारों से सरल और आरामदायक बना दिया है, वहीं पुराने जमाने की कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता। जिनका महत्व समय के साथ और बढ़ रहा है। आजकल प्रदूषण और स्ट्रेस से भरा जीवन बीमारियों को न्योता दे रहा है। वहीं कम उमर में ही हार्ट अटैक और बीपी बढ़ने के कई मामले सामने आ रहे हैं।
इसी कड़ी में आज हम जानेंगे पुराने जमाने की चमत्कारी चाय के बारे में। जो आम लोगों से लेकर राजा महाराजाओं की पसंदीदा हुआ करती थी। सोशल मीडिया पर वायरल एक पोस्ट में एक महिला इसकी रेसिपी शेयर कर रहीं हैं। इस चमत्कारी चाय को दूध नहीं बल्कि रागी से बनाया जाता है, जो पुराने जमाने में राजा महाराजाओं के आहार में शामिल हुआ करती थी। यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है, जो कमजोरी को दूर रखती है। इसी को पीकर रजवाड़े अपने राज्य और सैंकड़ों रानियों को संभालते थे। ये इतनी शक्तिवर्धक है कि शिलाजीत भी इसके आगे फेल है।
शहरों से तो ये चमत्कारी चाय गायब हो गई है, लेकिन पहाड़ों पर आज भी कुछ लोग इसका सेवन करते हैं। खास बात यह है की इसमें दूध की जगह रागी डाली जाती है, जिसमें कई गुण मौजूद होते है, और इसे गाय के घी का तड़का लगाया जाता है। जो सेहतमंद होने के साथ साथ इसके स्वाद को भी बढ़ा देता है।