‘शोले’ की स्पेशल स्क्रीनिंग में शामिल होंगी बॉलीवुड की बड़ी हस्तियां, फिर से दिखेगा जय-वीरू का जादू
29 अगस्त 2024, नई दिल्ली
हिंदी सिनेमा की आइकॉनिक फिल्म ‘शोले’ को रिलीज हुए 49 साल हो चुके हैं, लेकिन इसकी यादें आज भी लोगों के दिलों में ताजा हैं। सलीम खान और जावेद अख्तर द्वारा लिखी इस फिल्म का जादू कभी कम नहीं हुआ। फैन्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी है—इस फिल्म को एक बार फिर सिल्वर स्क्रीन पर दिखाया जाएगा।
दरअसल, 15 अगस्त को ‘शोले’ के 49 साल पूरे होने के मौके पर इसे फिर से बड़े पर्दे पर दिखाने की योजना बनाई गई है, जो दर्शकों के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं होगी। मुंबई में 31 अगस्त को इस फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग की जाएगी, जहां जय और वीरू का जादू एक बार फिर से दर्शकों को लुभाएगा।
31 अगस्त को स्पेशल स्क्रीनिंग
इस विशेष स्क्रीनिंग की जानकारी ‘टाइगर बेबी फिल्म्स’ ने सोशल मीडिया पर दी है। साथ ही, उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें कैप्शन दिया गया है, ‘सलीम-जावेद के जादू को 50 साल बाद फिर से बड़े पर्दे पर देखिए 31 अगस्त को। बुकिंग कल से ओपन होगी।’ मुंबई के रीगल सिनेमा में इस फिल्म की स्क्रीनिंग होगी। इस खबर के सामने आते ही फैन्स में उत्साह की लहर दौड़ गई है। लोग अपने पसंदीदा एक्टर्स को सालों बाद बड़े पर्दे पर देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
कई बड़ी हस्तियां होंगी शामिल
फिल्म की स्क्रीनिंग में उन तमाम हस्तियों के शामिल होने की संभावना है, जो इस सुपरहिट फिल्म का हिस्सा रहे हैं। हालांकि, उनमें से कई अब इस दुनिया में नहीं हैं। स्क्रीनिंग में फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी और सलीम-जावेद की जोड़ी भी शामिल होगी। खबर है कि फिल्म के लीड एक्टर्स अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, धर्मेंद्र और हेमा मालिनी भी इस स्क्रीनिंग में शिरकत करेंगे। इतने सालों बाद इस आइकॉनिक फिल्म को बड़े पर्दे पर देखना इन स्टार्स के लिए भी एक रोमांचक अनुभव होगा।
रामगढ़ गांव की यादगार कहानी
‘शोले’ की कहानी रामगढ़ गांव की है, जहां ठाकुर बलदेव सिंह (संजीव कुमार) अपने परिवार की मौत का बदला डाकू गब्बर (अमजद खान) से लेना चाहता है। कहानी की शुरुआत यहीं से होती है, और फिर जय और वीरू नामक दो दोस्तों की एंट्री होती है, जो एक-दूसरे के लिए जान छिड़कते हैं। यहीं से ‘शोले’ की कहानी का सिलसिला शुरू होता है।
ऑल टाइम फेवरेट फिल्म ‘शोले’
‘शोले’ में हर वह तत्व है, जो इसे ऑल टाइम फेवरेट बनाता है। फिल्म के हर किरदार ने अपनी ऐसी छाप छोड़ी कि आज भी लोग उनके नाम और डायलॉग को याद करते हैं। फिल्म में प्यार, दोस्ती, इमोशंस और गुस्से का भरपूर मिश्रण है। वीरू और बसंती की मस्ती हो या ठाकुर की विधवा बहू राधा और जय की दिल छू लेने वाली मोहब्बत—हर सीन दर्शकों के दिलों में बसा हुआ है। यहां तक कि बसंती की घोड़ी धन्नो भी यादगार बन गई।
यादगार डायलॉग
‘शोले’ के डायलॉग्स तो बच्चों तक की जुबां पर चढ़ गए थे। “बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना”, “कितने आदमी थे”, “होली कब है”, “तुम्हारा नाम क्या है बसंती”, “हम भी अंग्रेजों के जमाने के जेलर हैं”, और “ये हाथ हम को दे दे ठाकुर” जैसे तमाम डायलॉग्स आज भी लोगों की यादों में बसे हुए हैं। 1975 में रिलीज हुई इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा दी थी।
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