सुखबीर सिंह बादल पर स्वर्ण मंदिर के बाहर जानलेवा हमला
04 दिसंबर 2024 , नई दिल्ली
पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर स्वर्ण मंदिर के बाहर जानलेवा हमला हुआ। हालांकि, वह इस घटना में बाल-बाल बच गए। यह घटना उस समय हुई जब बादल ‘सेवादार’ के रूप में अपनी धार्मिक सजा काट रहे थे। यह उनकी सजा का दूसरा दिन था।
फायरिंग की घटना
घटना अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर सुबह करीब 9:30 बजे हुई। एक शख्स ने अचानक सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाने की कोशिश की। लेकिन वहां मौजूद लोगों ने तुरंत हमलावर को काबू में कर लिया।
हमलावर की पहचान
हमलावर की पहचान नारायण सिंह चौड़ा के रूप में हुई है, जो दल खालसा का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, हमलावर खालिस्तानी विचारधारा से प्रेरित हो सकता है और वह सुखबीर बादल से बेअदबी मामलों को लेकर नाराज था।
नारायण सिंह ने जब अपनी पैंट से पिस्तौल निकालने की कोशिश की, तो वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उस पर हमला कर दिया। इस वजह से गोली सुखबीर बादल को लगने के बजाय ऊपर चली गई।
सुखबीर सिंह बादल की ‘सेवादार’ की भूमिका
सिख धर्मगुरुओं द्वारा सुनाए गए ‘तनखाह’ (धार्मिक दंड) के तहत सुखबीर सिंह बादल स्वर्ण मंदिर के बाहर ‘सेवादार’ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। यह उनका दूसरा दिन था। पैर में फ्रैक्चर होने के कारण वह व्हीलचेयर पर थे और नीली वर्दी पहने हुए थे।
पुलिस का बयान
अमृतसर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पुलिस घटना स्थल पर सतर्क थी। सुखबीर सिंह बादल पर हमले की कोशिश को विफल कर दिया गया। फिलहाल हमलावर से पूछताछ की जा रही है।
अन्य नेताओं ने निभाई ‘सेवादार’ की भूमिका
सुखबीर बादल के साथ अकाली दल के अन्य नेताओं ने भी ‘सेवादार’ के रूप में सेवाएं दीं। इनमें वरिष्ठ नेता सुखदेव सिंह ढींडसा और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया शामिल थे। ढींडसा ने उम्रदराज होने के कारण व्हीलचेयर का इस्तेमाल किया।
सभी नेताओं ने अपने गले में तख्तियां लटका रखी थीं, जिन पर उनके “गलत कामों” का जिक्र किया गया था। सुखबीर बादल और अन्य नेताओं ने स्वर्ण मंदिर परिसर में बर्तन धोने सहित विभिन्न सेवाओं में भाग लिया।
निष्कर्ष
यह घटना जहां सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करती है, वहीं सुखबीर सिंह बादल और अन्य नेताओं की ‘सेवादार’ की भूमिका ने धार्मिक दंड को स्वीकार करने का एक उदाहरण पेश किया। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है।
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