विनोद कांबली की संपत्ति: कभी थे करोड़ों के मालिक, अब हर पैसे के लिए जूझ रहे हैं

विनोद कांबली की संपत्ति: कभी थे करोड़ों के मालिक, अब हर पैसे के लिए जूझ रहे हैं

जीवन की सबसे अजीब बात इसकी अनिश्चितता है। आप कभी भी इसे हल्के में नहीं ले सकते, क्योंकि यह हमेशा आपकी योजनाओं के मुताबिक नहीं चलता। कई बार जब सब कुछ ठीक लगता है, तभी कुछ ऐसा हो जाता है जो हमारी पूरी जिंदगी को बदलकर रख देता है।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली की कहानी जीवन की इसी अनिश्चितता का एक ज्वलंत उदाहरण है। एक समय पर बेहद प्रतिभाशाली और करोड़ों के मालिक कांबली आज हर पैसे के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

सचिन तेंदुलकर के साथ दोस्ती
मुंबई के आजाद मैदान में क्रिकेट की बुनियादी शिक्षा लेने वाले विनोद कांबली को उनके बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर से भी ज्यादा प्रतिभाशाली माना जाता था। दोनों ने दिवंगत कोच रमाकांत आचरेकर की देखरेख में क्रिकेट सीखा और 1988 में हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में 664 रनों की साझेदारी कर क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया। यह साझेदारी उस समय विश्व रिकॉर्ड थी।

सचिन ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा, जबकि कांबली को अपना राष्ट्रीय डेब्यू करने के लिए 1991 तक इंतजार करना पड़ा।

विनोद कांबली
विनोद कांबली

सपनों की शुरुआत
विनोद कांबली ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत सपने जैसी की। 1993 में इंग्लैंड और जिम्बाब्वे के खिलाफ लगातार दो दोहरे शतक लगाकर उन्होंने सभी को प्रभावित किया। शुरुआती सफलता के कारण वे भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में शामिल हो गए।

हालांकि, शानदार शुरुआत के बावजूद कांबली लंबे समय तक अपनी फॉर्म को बरकरार नहीं रख सके और उनका करियर धीरे-धीरे खत्म हो गया।

कांबली का भारतीय क्रिकेट करियर
विनोद कांबली ने भारत के लिए 104 वनडे मैच खेले और 3,561 रन बनाए, जिसमें दो शतक और कई अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 17 मैचों में 54.20 की औसत से चार शतक लगाए। उनकी शुरुआत जितनी धमाकेदार थी, उनका करियर उतनी ही तेजी से ढलान पर चला गया।

स्वास्थ्य की खराब स्थिति
हाल के वर्षों में कांबली अपनी खराब स्वास्थ्य स्थिति को लेकर चर्चा में रहे हैं। इस साल की शुरुआत में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे कमजोर हालत में दूसरों के सहारे चलते हुए नजर आए। उनकी यह स्थिति देखकर क्रिकेट प्रेमियों में चिंता की लहर दौड़ गई।

विनोद कांबली की संपत्ति
अपने करियर के शिखर पर विनोद कांबली की संपत्ति 1 से 1.5 मिलियन डॉलर के बीच थी। लेकिन काम की कमी के कारण उनकी वित्तीय स्थिति बिगड़ गई। 2022 में उनकी वार्षिक आय केवल 4 लाख रुपये तक सिमट गई। आजकल वे बीसीसीआई से मिलने वाली 30,000 रुपये की मासिक पेंशन के सहारे अपना गुजारा कर रहे हैं।

निष्कर्ष
विनोद कांबली की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन कितना भी अच्छा क्यों न लगे, अनिश्चितता से बचा नहीं जा सकता। एक समय का चमकता सितारा आज मुश्किलों से गुजर रहा है, जो क्रिकेट प्रेमियों और युवाओं के लिए एक गहरा सबक है।

ये भी पढ़ें :- “HRDS INDIA और SMI Inc. जापान ने भारत के विकास में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए…

Sports खेल