जियो क्यों आगे? कब तक सरकारी फंड पर निर्भर रहेगा BSNL? संसदीय समिति के सख्त सवाल

जियो क्यों आगे? कब तक सरकारी फंड पर निर्भर रहेगा BSNL? संसदीय समिति के सख्त सवाल

BSNL एक सरकारी कंपनी है, जो सरकार से मिलने वाली आर्थिक सहायता के बल पर संचालित होती है। इसी वित्तीय सहयोग के जरिए कंपनी अपना कामकाज जारी रख रही है। हालांकि, संसदीय समिति ने बीएसएनएल को आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी है। साथ ही यह सवाल उठाया है कि जियो जैसी प्राइवेट कंपनी आखिर क्यों बेहतर प्रदर्शन कर रही है?

संसदीय समिति ने BSNL से कड़े सवाल पूछे, जियो जैसी प्राइवेट कंपनियों से पिछड़ने और सरकारी फंड पर निर्भरता पर उठाए सवाल

संसदीय समिति ने सरकारी टेलिकॉम कंपनी BSNL को लेकर तीखी टिप्पणियां की हैं। समिति ने BSNL के प्राइवेट कंपनियों जैसे जियो से लगातार पिछड़ने और सरकारी फंड पर निर्भर रहने पर सवाल खड़े किए। साथ ही, BSNL की 4G और 5G तकनीकी अपग्रेड में देरी को लेकर भी उसकी आलोचना की गई। BSNL ने इन सवालों पर अपनी ओर से जवाब प्रस्तुत किया है।

BSNL की सरकारी फंड पर निर्भरता

समिति का मानना है कि BSNL पूरी तरह से सरकार के फंड पर निर्भर है, जबकि प्राइवेट कंपनियां अपने निवेश और रेवेन्यू पर काम कर रही हैं। समिति ने BSNL को अपनी आय बढ़ाने, सेवाओं को सुधारने और टिकाऊ निवेश (सस्टेनेबल इन्वेस्टमेंट) पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। इसके साथ ही कंपनी से अपने बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने पर जोर देने को कहा गया।

जियो और BSNL के बीच अंतर

समिति ने BSNL से पूछा कि जियो जैसी प्राइवेट कंपनियां अधिक ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने में क्यों सफल हैं, जबकि BSNL लगातार पीछे रह रही है। BSNL ने इस पर जवाब दिया कि पिछले पांच वर्षों में जियो ने लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है, जबकि BSNL का निवेश मात्र 8,000 करोड़ रुपये तक सीमित रहा है। इस निवेश में भारी अंतर BSNL की प्रगति को बाधित कर रहा है।

विदेशी साझेदारी पर जोर

समिति ने BSNL को सुझाव दिया कि वह तकनीकी उन्नति और बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी करे। BSNL ने अपनी ओर से कहा कि वह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर काम कर रही है, लेकिन इसमें कुछ चुनौतियां आ रही हैं। समिति ने सुझाव दिया कि स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता देते हुए तकनीक में सुधार के लिए कदम उठाए जा सकते हैं।

सरकारी फंडिंग का विवरण

BSNL को सरकार से लगभग 2 लाख करोड़ रुपये का फंड प्राप्त हुआ है। इसका उपयोग विभिन्न कार्यों में किया गया है:

  • 4G स्पेक्ट्रम के लिए 30,000 करोड़ रुपये
  • बकाया भुगतान के लिए 24,000 करोड़ रुपये
  • 5G स्पेक्ट्रम के लिए 89,000 करोड़ रुपये
  • नकदी और संपत्ति के रूप में 21,000 करोड़ रुपये

समिति का सुझाव

समिति ने BSNL को अपनी सेवाओं में सुधार कर ग्राहकों का विश्वास जीतने और निजी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए ठोस कदम उठाने की सख्त सलाह दी है।

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