आजकल आपने “Sleep Divorce” शब्द सुना होगा, जो कपल्स के बीच तेजी से ट्रेंड कर रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये है क्या (What is Sleep Divorce) और इसे अपनाने के पीछे कारण क्या हैं (Why Couples are Opting for Sleep Divorce)? चलिए, इसके बारे में विस्तार से समझते हैं।
स्लीप डिवॉर्स: क्या है ये?
स्लीप डिवॉर्स (Sleep Divorce) का मतलब है कि कपल्स अलग-अलग कमरों या बेड में सोते हैं। यह पारंपरिक विचार के विपरीत है, जहां कपल्स एक ही बिस्तर शेयर करते थे। हालांकि इसमें भावनात्मक जुड़ाव बना रहता है, लेकिन शारीरिक रूप से दोनों अलग होते हैं।
क्यों बढ़ रहा है स्लीप डिवॉर्स का चलन?
- बेहतर नींद का अनुभव:
एक पार्टनर के खर्राटे लेने या देर रात तक मोबाइल इस्तेमाल करने से दूसरे की नींद बाधित हो सकती है। अलग सोने से दोनों को बेहतर और गहरी नींद मिलती है। - स्वास्थ्य समस्याएं:
स्लीप एपनिया जैसी समस्याओं वाले लोगों के लिए अलग सोना फायदेमंद साबित हो सकता है। - पर्सनल स्पेस:
अलग सोने से कपल्स को अपना निजी समय मिलता है, जिससे वे खुद को रिचार्ज कर पाते हैं। - तनाव में कमी:
अगर एक पार्टनर तनावग्रस्त है, तो दूसरे की नींद प्रभावित हो सकती है। स्लीप डिवॉर्स से तनाव कम करने में मदद मिलती है। - भावनात्मक विश्राम:
अलग सोने से कपल्स को अपने रिश्ते पर विचार करने और भावनात्मक दूरी को समझने का मौका मिलता है।
स्लीप डिवॉर्स के फायदे
- बेहतर मानसिक स्वास्थ्य:
अच्छी नींद मानसिक तनाव को कम करती है और खुशहाल जीवन जीने में मदद करती है। - बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य:
गहरी नींद इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है और कई बीमारियों से बचाती है। - रिश्तों में सुधार:
अच्छी नींद से कपल्स ज्यादा धैर्यवान और सहनशील बनते हैं। - बढ़ी हुई उत्पादकता:
बेहतर नींद से दिनभर अधिक ऊर्जा मिलती है और कार्यक्षमता बढ़ती है।
स्लीप डिवॉर्स के नुकसान
- भावनात्मक दूरी का खतरा:
अलग सोने से कपल्स के बीच भावनात्मक जुड़ाव कम हो सकता है। - इंटिमेसी में कमी:
स्लीप डिवॉर्स का एक और संभावित नुकसान है शारीरिक अंतरंगता में कमी।
2023 की एक स्टडी के अनुसार, 24% विवाहित मिलेनियल्स कभी-कभी अलग बिस्तर पर सोते हैं, जबकि 19% हमेशा ऐसा करते हैं। Hilton की 2025 की रिपोर्ट बताती है कि 63% लोग अकेले सोने पर बेहतर नींद का अनुभव करते हैं।
यह ध्यान देना जरूरी है कि स्लीप डिवॉर्स (Sleep Divorce) कोई समस्या नहीं, बल्कि रिश्तों को बेहतर बनाने का एक तरीका है।
स्लीप डिवॉर्स: रिश्ते को बचाने का समाधान
Ohio State University की एक स्टडी के मुताबिक, जो कपल पर्याप्त नींद नहीं लेते, उनमें गुस्सा ज्यादा देखने को मिलता है। वहीं, 2021 की एक स्टडी में बताया गया कि नींद की कमी झगड़ों के दौरान कोर्टिसोल का स्तर बढ़ा देती है, जिससे व्यक्ति अधिक चिड़चिड़ा हो जाता है।
बिस्तर शेयर करना: अब भी अपनी जगह खास
भले ही स्लीप डिवॉर्स कई कपल्स के लिए राहत हो, लेकिन एक ही बिस्तर पर सोने की बात ही अलग है। सुबह अपने पार्टनर के पास उठने या उनका सोता हुआ चेहरा देखने का आनंद बेमिसाल है।
हालांकि, कभी-कभी अलग सोने से अगर बेहतर नींद और रिश्ते को सुधारने का मौका मिलता है, तो यह एक छोटा सा समझौता ही सही।
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