पंजाब में निःसंतान दंपतियों को राहत, खरड़ में इन्दिरा आईवीएफ का नया हॉस्पिटल शुरू
खरड़, 22 जनवरी 2024
निःसंतानता पति-पत्नी को परेशान कर देती है। वर्षों तक संतान सुख की इच्छा रखने के बाद असफल होने पर वे निराश होने लगते हैं। आज के आधुनिक युग में महिला-पुरूष की निःसंतानता संबंधी समस्याओं में भी संतान प्राप्ति हो सकती है। निःसंतानता के उपचार के क्षेत्र में सबसे बड़ी चैन इन्दिरा आईवीएफ ने ग्राउण्ड फ्लोर, सरकारी स्कूल देसूमाजरा खरड़ के सामने, चण्डीगढ़ नेशनल हाईवे खरड़ में नये हॉस्पिटल का शुभारंभ किया है। उद्घाटन समारोह की मुख्य अतिथि सिविल सर्जन मोहाली डॉ. संगीता जैन, एसएमओ सिविल हॉस्पिटल खरड़ डॉ. परमिन्दरजीत सिंह, जोनल क्लिनिकल डायरेक्टर इन्दिरा आईवीएफ चण्डीगढ़ डॉ. रीमा सिरकार, इन्दिरा आईवीएफ खरड़ एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर व सेंटर हेड डॉ. इतिशा गुप्ता ने फीता काटकर हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। यहां निःसंतानता उपचार का अत्याधुनिक हॉस्पिटल आरम्भ होने से गर्भधारण नहीं कर पा रहे दम्पतियों को अपने आसपास ही उच्चस्तरीय उपचार मिलेगा। पंजाब में लुधियाना, जलन्धर, अमृतसर और बठिंडा के बाद में यह ग्रुप का पांचवा सेंटर है।
इन्दिरा आईवीएफ ग्रुप के सीईओ और कॉ-फाउण्डर डॉ. क्षितिज मुर्डिया ने निःसंतान दम्पतियों को आधुनिक उपचार सुविधा आरम्भ होने की बधाई दी और कहा कि यहां कई ऐसे कपल्स हैं जिनका जीवन नन्हीं किलकारी के बिना अधूरा है, जिन्हें संतान सुख की ओर अग्रसर करने के हम प्रयास करते हैं। हमारे ग्रुप के सभी हॉस्पिटल्स में समान उपचार प्रोटोकॉल का उपयोग किया जाता है और मरीज की समस्या को ध्यान में रखकर उपचार प्रक्रिया का निर्धारण किया जाता है जिससे उच्चतम सफलता दर प्राप्त होती है। देश में इनफर्टिलिटी के मामले बढ़ रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक वर्तमान में करीब 3.3 से 3.4 करोड़ कपल इनफर्टिलिटी की समस्या से प्रभावित हैं लेकिन 10 साल में यह संख्या 4 करोड़ तक पहुंच सकती है। निःसंतानता बढ़ने के पीछे बदलती जीवनशैली, शराब-सिगरेट जैसे नशे के अलावा देर से शादी, प्रदूषण, रेडिएशन जैसे कई कारण हैं। इन विट्रो फर्टिलाइजेशन यानी आईवीएफ तकनीक ऐसे निःसंतान दंपतियों के लिए माता-पिता बनने में मददगार साबित हो सकती है।
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मुख्य अतिथि डॉ. संगीता जैन ने कहा कि निःसंतानता की स्थिति में दम्पतियों को समाज में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है ऐसे में आधुनिक उपचार से उनमें संतान सुख की आशा जगती है। इन्दिरा आईवीएफ द्वारा छोटे शहरों में आईवीएफ हॉस्पिटल शुरू करना सराहनीय पहल है।
जोनल क्लिनिकल डायरेक्टर इन्दिरा आईवीएफ चण्डीगढ़ की डॉ. रीमा सिरकार ने बताया कि खरड़ में निःसंतानता के ईलाज के लिए नवीनतम चिकित्सकीय सुविधाएं आईवीएफ, इक्सी, ब्लास्टोसिस्ट कल्चर, लेजर असिस्टेड हैचिंग, क्लोज़्ड वर्किंग चैम्बर, पीजीटी आदि उपलब्ध है। इन्दिरा आईवीएफ से इलाज प्राप्त कर अभी तक एक लाख साठ हजार से अधिक दम्पती लाभान्वित हो चुके हैं और देश-विदेश में 160 से अधिक लोकेशंस में आईवीएफ उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
इन्दिरा आईवीएफ खरड़ हॉस्पिटल हेड डॉ. इतिशा गुप्ता ने बताया कि निःसंतानता के केसेज में महिला व पुरूष समान रूप से जिम्मेदार हो सकते हैं इसलिए दोनों की जांचों के बाद उपचार शुरू करवाने से परिणाम सफल होने की संभावना अधिक होती हैं। यहां दम्पतियों के उपचार प्रक्रिया के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया जाता है। हॉस्पिटल उद्घाटन के अवसर पर 31 जनवरी तक निःशुल्क निःसंतानता परामर्श शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें दम्पती निःशुल्क परामर्श का लाभ ले सकते हैं।
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