PCI Book Fair का पहला साहित्य महोत्सव और पुस्तक मेला शानदार सफलता के साथ संपन्न, 2026 में और बड़े आयोजन का वादा

PCI Book Fair का पहला साहित्य महोत्सव और पुस्तक मेला शानदार सफलता के साथ संपन्न, 2026 में और बड़े आयोजन का वादा

PCI Book Fair ₹10 लाख की पुस्तक बिक्री, 12 विमोचन और 18 प्रकाशकों की भागीदारी बनीं मुख्य आकर्षण

PCI Book Fair : प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय साहित्य महोत्सव और पुस्तक मेला 29 फरवरी से 2 मार्च तक चला और उम्मीद से कहीं अधिक सफल रहा। इस आयोजन ने 18 से अधिक प्रकाशकों, साहित्य प्रेमियों और पुस्तक विक्रेताओं को एक साझा मंच प्रदान किया, जिससे पत्रकारिता और साहित्य के गहरे संबंध उजागर हुए।

प्रमुख विषय और चर्चाएं

इस महोत्सव में प्रेस की स्वतंत्रता, खोजी पत्रकारिता और साहित्य के सामाजिक प्रभाव जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई। सत्रों, पुस्तक विमोचनों और संवादात्मक कार्यशालाओं के माध्यम से मीडिया और साहित्य से जुड़े मुद्दों को विस्तार से समझने का अवसर मिला।

आयोजन की सफलता पर प्रतिक्रिया

PCI के अध्यक्ष गौतम लाहिड़ी ने इस सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “यह पहला आयोजन हमारी उम्मीदों से अधिक सफल रहा। इस मंच पर हुई चर्चाओं ने पत्रकारिता और साहित्य के आपसी संबंध को और मजबूत किया है। हम अगले वर्ष इसे और बड़े स्तर पर आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

महोत्सव की उल्लेखनीय उपलब्धियों में ₹10 लाख की पुस्तक बिक्री और 18 प्रमुख प्रकाशकों की भागीदारी शामिल थी। साथ ही, जय सिंह, रोहिणी सिंह और मसऊम मुरादाबादी सहित कई चर्चित लेखकों की 12 नई पुस्तकों का विमोचन किया गया।

भविष्य की योजनाएं

PCI के महासचिव नीरज ठाकुर ने कहा, “हम लोगों की जबरदस्त भागीदारी से उत्साहित हैं। जो शुरुआत पत्रकारिता और साहित्य के उत्सव के रूप में हुई थी, वह अब एक प्रमुख सांस्कृतिक आयोजन बन चुका है। हम इसे और समावेशी एवं भव्य बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”

PCI के सचिव जितेंद्र सिंह ने कहा, “यह केवल एक पुस्तक मेला नहीं था, बल्कि विचारों और बहस का महत्वपूर्ण मंच भी था। पत्रकारिता और साहित्य की भूमिका पर हुई चर्चाएं बेहद सार्थक रहीं। अब इसे हर साल आयोजित करने का हमारा संकल्प और भी मजबूत हो गया है।”

PCI की उपाध्यक्ष संगीता बड़ोआ पिशारोती ने धन्यवाद ज्ञापन में सभी प्रकाशकों, पुस्तक विक्रेताओं और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि आने वाले वर्षों में यह महोत्सव और भी व्यापक और समृद्ध रूप में आयोजित किया जाएगा।

पाठकों और प्रतिभागियों की प्रतिक्रियाएँ

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के सदस्य मनोज शर्मा ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा, “यह एक बेहतरीन पहल थी! मैं अपनी बेटियों के साथ यहां आया था, और उन्होंने पांच किताबें खरीदीं। इस तरह के आयोजनों से न केवल किताबों के प्रति रुचि बढ़ती है, बल्कि समाज में पढ़ने-लिखने की संस्कृति भी मजबूत होती है। हम अगले साल के आयोजन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।”

इस सफलता के बाद, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने घोषणा की कि यह साहित्य महोत्सव अब हर साल आयोजित किया जाएगा। 2026 में इसे और बड़े पैमाने पर, अधिक भागीदारी और व्यापक प्रतिनिधित्व के साथ प्रस्तुत करने की योजना बनाई गई है।

देश