PM Internship Scheme 2025 (PMIS) के लिए पंजीकरण शुरू हो चुका है। यह योजना कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा संचालित की जा रही है और भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में इंटर्नशिप का अवसर प्रदान करती है। इस योजना के तहत, ऐसे छात्र आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने कम से कम कक्षा 10 पास कर ली हो। साथ ही, वे अभ्यर्थी भी पात्र हैं जिन्होंने स्नातक या डिप्लोमा (ऑनलाइन/डिस्टेंस लर्निंग सहित) पूरा कर लिया है। हालांकि, आवेदक के परिवार (स्वयं, जीवनसाथी, माता-पिता) की वार्षिक आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
इसके अलावा, इस योजना के लिए पात्रता की एक और शर्त यह है कि आवेदक न तो पूर्णकालिक नौकरी कर रहे हों और न ही किसी पूर्णकालिक शिक्षा कार्यक्रम में नामांकित हों।
इंटर्नशिप की अवधि और लाभ
पीएम इंटर्नशिप योजना के तहत इंटर्नशिप की अवधि 12 महीने होगी। चयनित अभ्यर्थियों को हर महीने 5,000 रुपये का वजीफा मिलेगा और जॉइनिंग के समय 6,000 रुपये की एकमुश्त सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा, उन्हें भारत सरकार की योजनाओं के तहत बीमा कवरेज भी मिलेगा। इस योजना के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की आयु 12 मार्च 2025 तक 21 से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
आवेदन की अंतिम तिथि
यह योजना भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में इंटर्नशिप प्रदान करती है और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय द्वारा प्रबंधित की जाती है। इच्छुक उम्मीदवार 12 मार्च 2025 तक आधिकारिक वेबसाइट pminternship.mca.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। यह इंटर्नशिप विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगी, जिससे युवाओं को आवश्यक कौशल और कार्य-अनुभव मिलेगा।
आवेदन कैसे करें?
- आधिकारिक वेबसाइट pminternship.mca.gov.in पर जाएं।
- आवश्यक विवरण दर्ज करके पंजीकरण करें।
- प्राप्त क्रेडेंशियल्स का उपयोग करके लॉगिन करें।
- आवेदन पत्र को सावधानीपूर्वक भरें।
- फॉर्म जमा करें और भविष्य के संदर्भ के लिए कन्फर्मेशन पेज सुरक्षित रखें।
पांच वर्षों में 1 करोड़ इंटर्नशिप का लक्ष्य
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना, जो भारत सरकार की एक पहल है, युवाओं को देश की शीर्ष 500 कंपनियों में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करेगी। यह कार्यक्रम युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में वास्तविक व्यावसायिक वातावरण का अनुभव देने के साथ-साथ उनके कौशल और कार्य-अनुभव को विकसित करने में मदद करेगा। सरकार का लक्ष्य पांच वर्षों में 1 करोड़ इंटर्नशिप प्रदान करना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत 21-24 वर्ष की आयु के ऐसे युवाओं को 12 महीने की इंटर्नशिप का अवसर दिया जाएगा, जिनके परिवार की आय सीमित है। इस योजना के पायलट चरण में 1.25 लाख युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा, जबकि अगले पांच वर्षों में यह आंकड़ा 1 करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
“यह पहल केवल इंटर्नशिप तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा भविष्य बनाने की दिशा में एक कदम है, जहां हर युवा को सफलता पाने का अवसर मिले,” आधिकारिक अधिसूचना में कहा गया है।
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