बिहार में फर्टिलिटी उपचार को और अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, इन्दिरा आईवीएफ ने पटना के फुलवारी शरीफ में अपना 12वां फर्टिलिटी सेंटर शुरू किया है। यह नया केंद्र उन दंपतियों और व्यक्तियों के लिए उम्मीद की किरण बनेगा जो संतान सुख प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं। अत्याधुनिक तकनीकों और विशेषज्ञ देखभाल के साथ, इन्दिरा आईवीएफ का यह विस्तार इनफर्टिलिटी उपचार को किफायती और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती पर जोर
इस शुभ अवसर पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि पूर्व मंत्री श्याम रजक, इन्दिरा आईवीएफ बिहार हेड और पटना सेंटर हेड डॉ. दयानिधि कुमार तथा फुलवारी शरीफ सेंटर के प्रमुख डॉ. पुनीत हंस विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर और किफायती बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा, “फर्टिलिटी उपचार के लिए अब लोगों को दूर-दराज जाने की जरूरत नहीं होगी। इस सेंटर से स्थानीय स्तर पर ही उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं मिलेंगी, जिससे हेल्थकेयर सिस्टम मजबूत होगा और लोगों को बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे।”
पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि भले ही चिकित्सा विज्ञान में काफी तरक्की हो चुकी है, लेकिन निःसंतानता से जुड़ी सामाजिक भ्रांतियां अब भी बड़ी बाधा बनी हुई हैं। उन्होंने कहा, “हमारे समाज में इनफर्टिलिटी पर खुलकर बात नहीं होती, जिससे लोग सही समय पर इलाज नहीं ले पाते। ऐसे सेंटर जागरूकता बढ़ाने और जरूरतमंदों को सही मार्गदर्शन देने में अहम भूमिका निभाते हैं।”

तकनीक और विशेषज्ञता से बढ़ेगा सफलता दर
इन्दिरा आईवीएफ के मैनेजिंग डायरेक्टर और सह-संस्थापक नितिज मुर्डिया ने इस अवसर पर कहा कि आधुनिक तकनीकों का उपयोग फर्टिलिटी उपचार की सफलता दर को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा, “हम नैतिक चिकित्सा पद्धतियों और अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से इनफर्टिलिटी की जटिल समस्याओं का समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि हर जरूरतमंद व्यक्ति को सर्वोत्तम इलाज मिल सके।”
इन्दिरा आईवीएफ बिहार हेड डॉ. दयानिधि कुमार ने बताया कि इनफर्टिलिटी उपचार में सबसे बड़ी बाधा समय पर सही कदम न उठाना है। “कई दंपति जागरूकता की कमी या सामाजिक धारणाओं के कारण इलाज लेने में देर कर देते हैं, जिससे उनकी सफलता की संभावना कम हो जाती है। हमारा उद्देश्य सही जानकारी और समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करना है।”
व्यक्तिगत देखभाल और भावनात्मक सहयोग को प्राथमिकता
इन्दिरा आईवीएफ फुलवारी शरीफ सेंटर के प्रमुख डॉ. पुनीत हंस ने कहा कि फर्टिलिटी ट्रीटमेंट केवल चिकित्सा प्रक्रिया नहीं, बल्कि भावनात्मक समर्थन और व्यक्तिगत देखभाल का मिश्रण है। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति की पेरेंटहुड यात्रा अलग होती है, इसलिए उन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। हम अपने मरीजों को भरोसेमंद, वैज्ञानिक और प्रभावी उपचार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
160,000 से अधिक सफल आईवीएफ प्रेग्नेंसीज का रिकॉर्ड
इन्दिरा आईवीएफ अब तक 160,000 से अधिक सफल आईवीएफ प्रेग्नेंसीज कर चुका है और देशभर में 160 से अधिक लोकेशन्स पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। पटना के फुलवारी शरीफ में नया सेंटर खोलकर, इन्दिरा आईवीएफ बिहार में फर्टिलिटी केयर को और अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहा है।