दिल्ली/ हैदराबाद, 1 अप्रैल 2025 –
विश्व के सबसे प्रसिद्ध प्रचारक और प्रजाशांति पार्टी के अध्यक्ष डॉ. के.ए. पॉल ने गृह मंत्रालय के राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों की निंदा की है। हैदराबाद विश्वविद्यालय की जमीन विवाद पर उन्होंने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए राष्ट्रीय हितों की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहराया।
डॉ. पॉल ने कहा, “बंदी संजय कुमार को नासमझ बयान देने से पहले विवेक का प्रयोग करना चाहिए। हैदराबाद विश्वविद्यालय की ज़मीनें मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी द्वारा बेची जा रही थीं, और मैंने इन लेन-देन को रोकने के लिए सक्रिय रूप से काम किया। इसके बावजूद, बंदी संजय कुमार मेरे प्रयासों की सराहना करने के बजाय मुझ पर झूठे आरोप लगा रहे हैं।”
जमीन के सौदे के आरोपों का जवाब देते हुए, डॉ. पॉल ने कहा, “मैंने लोगों की सेवा के लिए हजारों करोड़ रुपये की संपत्तियां दान की हैं। मेरे काम को उच्चतम स्तर के नेताओं द्वारा मान्यता प्राप्त है, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी शामिल हैं।”
डॉ. पॉल ने निजीकरण के मुद्दे और महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संपत्तियों की बिक्री की भी निंदा की। उन्होंने कहा “रेलवे, एयरलाइंस, एयरपोर्ट्स, बैंक—सब कुछ बेहद सस्ते दामों पर बेचा जा रहा है। मैं इन सौदों को अदालत में चुनौती दे रहा हूँ ताकि सार्वजनिक संसाधनों की रक्षा की जा सके। सत्ता में बैठे लोगों को इन कृत्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए ।”
सार्वजनिक माफी की मांग करते हुए डॉ. पॉल ने कहा, “अगर आप अपने बयान को वापस नहीं लेते और माफी नहीं मांगते, तो मैं यह मामला प्रधानमंत्री मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी के पास बढ़ाऊँगा और उनसे कार्रवाई करने का आग्रह करूंगा। आपके बयान आपके दल और नेतृत्व को कलंकित करते हैं।”
डॉ. पॉल ने भारत के भविष्य के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाते हुए कहा, “मैं भारत को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं, और यह बात दिल्ली के शीर्ष नेतृत्व को भी पता है। हमें निराधार बातों की बजाय कार्य की आवश्यकता है।”
उन्होंने जनता और मीडिया से अपील की कि वे उनका यह संदेश फैलाएं और गलत राजनीतिक सूचना को समाप्त करें।