चंद्रग्रहण 2025: प्रेग्नेंट महिलाएं रखें ये सावधानियां, बच्चे पर नहीं पड़ेगा नकारात्मक असर
चंद्रग्रहण में रखा भोजन क्यों नहीं करना चाहिए सेवन?

05 सितंबर 2025, नई दिल्ली
साल का दूसरा चंद्रग्रहण 7 सितंबर 2025, रविवार की रात लगने जा रहा है। यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा और भारत में भी साफ दिखाई देगा। ज्योतिष और आयुर्वेद मान्यताओं के अनुसार ग्रहण का प्रभाव गर्भवती महिलाओं पर पड़ सकता है, इसलिए इस दौरान कुछ खास सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है।
आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. चंचल शर्मा बताती हैं कि यह चंद्रग्रहण रात 9 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर 8 सितंबर को रात 1 बजकर 26 मिनट पर समाप्त होगा। इस अवधि में प्रेग्नेंट महिलाओं को कुछ परंपरागत नियमों का पालन करना चाहिए ताकि मां और शिशु दोनों स्वस्थ रहें।
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क्या करें और क्या न करें?
1. ग्रहण के दौरान रखा खाना न खाएं
ग्रहण के समय बना या रखा हुआ खाना नहीं खाना चाहिए। मान्यता है कि इस दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है, जो गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए हानिकारक हो सकती है। ग्रहण खत्म होने के बाद ताजा भोजन बनाकर ही सेवन करें।
2. ग्रहण के बाद स्नान और वस्त्र परिवर्तन करें
चंद्रग्रहण समाप्त होते ही स्नान करने और स्वच्छ वस्त्र धारण करने की परंपरा है। माना जाता है कि गंगाजल मिलाकर स्नान करने से शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं।
3. नुकीली चीजों से दूर रहें
इस दौरान गर्भवती महिलाओं को सुई, कैंची, चाकू जैसी धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही, चंद्रग्रहण को सीधे आंखों से देखने से भी परहेज करना चाहिए।
4. मंत्र जाप और ध्यान करें
ग्रहण काल को शांतिपूर्ण ढंग से बिताने के लिए प्रेग्नेंट महिलाएं भगवान का ध्यान कर सकती हैं या मंत्र जाप कर सकती हैं। इससे मन स्थिर होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
डॉ. शर्मा बताती हैं कि इन मान्यताओं का कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन आयुर्वेद और परंपराओं में इन्हें महत्व दिया जाता है। एहतियात के तौर पर इन नियमों का पालन करना नुकसानदायक नहीं है और यह मां और बच्चे को मानसिक शांति देने का काम कर सकता है।
चंद्रग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। चाहे यह धार्मिक मान्यता हो या आयुर्वेदिक परंपरा, इसका पालन करने से जच्चा-बच्चा दोनों नकारात्मक प्रभावों से सुरक्षित माने जाते हैं।
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