त्रिपुरा: गंडाचेरा में आदिवासी युवक की मौत पर बवाल, उपद्रवियों ने दुकानों में लगाई आग, धारा 144 लागू

त्रिपुरा के गंडाचेरा में दो समूहों के बीच झड़प के बाद धारा 144 लागू, चार आरोपी गिरफ्तार। जिला मजिस्ट्रेट ने पुष्टि की कि हमले में घायल व्यक्ति की शुक्रवार को मौत हो गई।
13 जुलाई 2024
त्रिपुरा(आदिवासी) के गंडाचेरा इलाके में शुक्रवार रात दो समूहों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद दूसरे समूह ने दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी कर दी। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी है और सीआरपीएफ के साथ-साथ टीएसआर के जवानों को तैनात कर दिया है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को एक युवक की मौत के बाद तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। कुछ दिन पहले मेले में दूसरे गुट ने युवक की पिटाई कर दी थी। घायल युवक की कल अगरतला के एक अस्पताल में मौत हो गई और जब उसका शव गंडाचेरा लाया गया तो इलाके में तनाव फैल गया। इसके बाद दूसरे समूहों की कुछ दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी कर दी गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
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धलाई के जिला मजिस्ट्रेट सजु वाहिद ने कहा, “मौत के लिए जिम्मेदार सभी चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। जिस व्यक्ति पर हमला किया गया था, उसकी शुक्रवार को मौत हो गई। शव को वापस लाया गया।
कानून और व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, हमने शुक्रवार सुबह से धारा 144 लागू कर दी है।” उन्होंने आगे कहा कि सीआरपीएफ और टीएसआर (त्रिपुरा स्टेट राइफल्स) के जवान तैनात हैं और स्थिति अब नियंत्रण में है।

सूत्रों के अनुसार, बवाल के बाद बंगाली समुदाय के लोगों ने अपना घर-बार छोड़कर जंगल में शरण ले ली है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इस कांड की असली वजह दो गुटों में 9 जुलाई को हुई झड़प बताई जा रही है, जहां एक युवक को बचाने के लिए आगे आए आदिवासी लड़के की बंगाली गुट ने बुरी पिटाई कर दी। घायल युवक को जीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
शुक्रवार दोपहर में परमेश्वर रियांग के शव को घर ले जाने के दौरान इलाके में तनाव फैल गया। इस दौरान उत्तेजित आदिवासियों ने शाम को बांग्ला भाषी आवासीय इलाकों पर हमला और तोड़फोड़ शुरू कर दी। कांच की बोतलों और ईंटों से कई पुलिसकर्मी और बीएसएफ जवान घायल हो गए। बंगाली गुटों द्वारा पिटाई से एक लड़के की मौत के बाद परमेश्वर रियांग के शव को लाने के दौरान ही बवाल मचा था, जिसमें आदिवासी समुदाय के गुटों ने बंगाली दुकानों में तोड़फोड़ की थी, जिससे कुछ पुलिसकर्मी और बीएसएफ जवान भी घायल हो गए थे।
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