साइक्लिंग को मिलेगा नया आयाम: मानव रचना यूनिवर्सिटी और भारतीय साइक्लिंग महासंघ के बीच ऐतिहासिक समझौता

नई दिल्ली ,31 जुलाई 2025 भारतीय खेल जगत में साइक्लिंग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। मानव रचना यूनिवर्सिटी (MRU) और साइक्लिंग फेडरेशन...

Prateeksha Thakur | Published: July 31, 2025 15:41 IST, Updated: September 4, 2025 19:22 IST
साइक्लिंग को मिलेगा नया आयाम: मानव रचना यूनिवर्सिटी और भारतीय साइक्लिंग महासंघ के बीच ऐतिहासिक समझौता

नई दिल्ली ,31 जुलाई 2025

भारतीय खेल जगत में साइक्लिंग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए एक अहम कदम उठाया गया है। मानव रचना यूनिवर्सिटी (MRU) और साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (CFI) के बीच एक ऐतिहासिक एमओयू (मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए गए। यह आयोजन मानव रचना यूनिवर्सिटी के ए-ब्लॉक कैंपस में बड़े उत्साह और गरिमा के साथ संपन्न हुआ।

समारोह में साइक्लिंग फैडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव मनिंदर पाल सिंह, एग्जीक्यूटिव मेंबर शिप्रा वर्मा, असिस्टेंट सेक्रेटरी वी. एन. सिंह, स्पोर्ट्स कंसल्टेंट नितिन आर्य सहित महासंघ के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। वहीं मानव रचना यूनिवर्सिटी की ओर से उपाध्यक्ष अमित भल्ला, स्पोर्ट्स डायरेक्टर सरकार तलवार, स्पोर्ट्स कोलैबोरेशन एवं इनिशिएटिव्स हेड अगन तलवार, फिजियोथेरेपी विभाग प्रमुख नितेश मल्होत्रा और विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।

साइक्लिंग फैडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव मनिंदर पाल सिंह ने बताया, “इस समझौते का उद्देश्य खिलाड़ियों को खेल के साथ-साथ उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी मजबूती देना है, ताकि वे अपने करियर को संतुलित तरीके से आगे बढ़ा सकें।” इस साझेदारी को भारतीय साइक्लिंग के भविष्य के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है।

साइक्लिंग को मिलेगा नया आयाम: मानव रचना यूनिवर्सिटी और भारतीय साइक्लिंग महासंघ के बीच ऐतिहासिक समझौता

सत्यवीर धनखड़, मीडिया प्रभारी (खेल) ने बताया कि यह समझौता खिलाड़ियों के समग्र विकास की दिशा में एक सशक्त पहल है। यह केवल खेल तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि खिलाड़ियों को शिक्षा के क्षेत्र में भी नई राहें देगा।

अमित भल्ला, उपाध्यक्ष, मानव रचना यूनिवर्सिटी ने बताया कि एमओयू में छात्रवृत्ति प्रक्रिया, पात्रता मानदंड और आने वाले शैक्षणिक सत्रों में इसकी शुरुआत के बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस सहयोग से भारतीय साइक्लिस्टों को वह मंच मिलेगा, जहां वे अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी हासिल कर सकेंगे।

समझौते के अनुसार, यूनिवर्सिटी खिलाड़ियों को जरूरी सुविधाएं, स्कॉलरशिप और लचीलापन देगी ताकि वे प्रशिक्षण और पढ़ाई दोनों में संतुलन बना सकें। यह साझेदारी भारतीय साइक्लिंग के भविष्य को उज्ज्वल बनाएगी और देश के युवाओं को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगी।

यह एमओयू खेल और शिक्षा के बीच बेहतर तालमेल की मिसाल बनकर उभरेगा और आने वाले वर्षों में देश को बेहतरीन साइक्लिस्ट और शिक्षित खिलाड़ी देने का कार्य करेगा