क्या Facebook हो रहा है आउटडेटेड? Mark Zuckerberg ने खुद मानी चिंता की बात
यूजर्स का बदलता व्यवहार बना Facebook की गिरती लोकप्रियता की वजह

21 अप्रैल 2025, नई दिल्ली
अगर आपको लगता है कि Facebook अब पहले जैसा असरदार नहीं रहा, तो आप अकेले नहीं हैं। Meta के CEO मार्क जुकरबर्ग भी इस बात को लेकर गंभीर हैं। हाल ही में सामने आई एक इंटरनल ईमेल बातचीत, जो अप्रैल 2022 में Facebook के हेड टॉम एलिसन और जुकरबर्ग के बीच हुई थी, इस हफ्ते अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) के एंटीट्रस्ट केस की सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश की गई।
Facebook का कल्चरल असर हुआ कम
इन ईमेल्स में जुकरबर्ग ने माना कि भले ही Facebook पर यूजर एंगेजमेंट कुछ क्षेत्रों में अब भी ठीक-ठाक है, लेकिन इसका सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव पहले की तुलना में काफी कम हो गया है। उनके अनुसार, Instagram और WhatsApp जैसे अन्य प्लेटफॉर्म्स के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद, Facebook की घटती अहमियत को संतुलित नहीं किया जा सकता।
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फ्रेंडिंग मॉडल अब नहीं रहा उतना दिलचस्प
Facebook की लोकप्रियता जिस ‘फ्रेंडिंग’ सिस्टम पर टिकी थी, वह अब यूजर्स को कम लुभाता है। खुद जुकरबर्ग ने स्वीकार किया कि अब लोग, जिसमें वे खुद भी शामिल हैं, Instagram और Twitter जैसे प्लेटफॉर्म्स पर इन्फ्लुएंसर्स को फॉलो करना ज़्यादा पसंद करते हैं। इससे Facebook का पारंपरिक ‘फ्रेंड-कनेक्शन’ मॉडल कम प्रासंगिक महसूस होने लगा है।
प्रासंगिकता लौटाने के लिए Zuckerberg के आइडिया
जुकरबर्ग ने अपने ईमेल में Facebook को फिर से लोकप्रिय बनाने के लिए कई सुझाव दिए। उनमें से एक बेहद चौंकाने वाला आइडिया यह था कि यूजर्स के फ्रेंड ग्राफ को पूरी तरह से ‘रीसेट’ कर दिया जाए और प्लेटफॉर्म को नए सिरे से डिजाइन किया जाए। उन्होंने ग्रुप्स और कम्युनिटी-बेस्ड फीचर्स को बेहतर बनाने पर भी ज़ोर दिया, हालांकि यह भी माना कि इस दिशा में सीमित प्रगति हो पाई है। फिर भी वह ग्रुप मैसेजिंग के भविष्य को लेकर आशावादी हैं।
Meta पर क्यों चला FTC का शिकंजा?
FTC का आरोप है कि Meta ने Instagram और WhatsApp को खरीदकर सोशल मीडिया की दुनिया में अपनी पकड़ मज़बूत की और संभावित प्रतियोगियों को खत्म किया। यह मुकदमा Meta को मजबूर कर सकता है कि वह Instagram और WhatsApp को बेच दे, ताकि मार्केट में दोबारा प्रतिस्पर्धा लौट सके। जुकरबर्ग ने कोर्ट में इन अधिग्रहणों को उचित बताते हुए अपनी स्थिति का बचाव किया है।
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