पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में निधन, कैथोलिक चर्च के एक युग का हुआ अंत

By JKA Bureau | April 21, 2025 | Categories: विदेश
पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में निधन, कैथोलिक चर्च के एक युग का हुआ अंत

पहले लैटिन अमेरिकी पोप, जिन्होंने करुणा, सुधार और समावेशन का नेतृत्व किया; लंबी बीमारी के बाद निधन, वैटिकन अब नए आध्यात्मिक नेतृत्व की तैयारी में

21 अप्रैल 2025, नई दिल्ली:

रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस का सोमवार को 88 वर्ष की आयु में लंबे समय से चली आ रही बीमारी के चलते निधन हो गया। वैटिकन ने एक आधिकारिक बयान जारी कर इस दुखद समाचार की पुष्टि की। पिछले कुछ वर्षों से वे स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से जूझ रहे थे, और उनके अंतिम महीनों में लगातार चिकित्सकीय उपचार और उनकी स्थिति को लेकर गहरी चिंता देखी गई।

पोप फ्रांसिस ने वर्ष 2013 में इतिहास रचते हुए बेनेडिक्ट सोलहवें के इस्तीफे के बाद रोमन कैथोलिक चर्च के पहले लैटिन अमेरिकी पोप के रूप में पदभार ग्रहण किया। अपने 12 वर्षीय कार्यकाल में वे अपनी प्रगतिशील सोच, चर्च के आधुनिकीकरण के प्रयासों और हाशिए पर खड़े समुदायों के प्रति संवेदनशील रुख के लिए व्यापक रूप से सराहे गए।

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हाल के महीनों में उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी। वे ‘डबल निमोनिया’ जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे, जिसमें दोनों फेफड़े संक्रमित हो जाते हैं और सांस लेने में अत्यधिक कठिनाई होती है। इस संक्रमण के कारण उन्हें कई बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, जिससे उनके नेतृत्व जारी रखने की क्षमता को लेकर सार्वजनिक चिंता और बढ़ गई।

क्या है डबल निमोनिया?


डबल निमोनिया एक गंभीर श्वसन संक्रमण है जिसमें व्यक्ति के दोनों फेफड़े संक्रमित हो जाते हैं। यह संक्रमण बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण होता है। इस बीमारी में फेफड़ों की वायुकोषिकाएं (एल्वियोलाई) सूज जाती हैं और उनमें तरल पदार्थ या मवाद भर जाता है, जिससे सांस लेने में परेशानी होती है। चिकित्सक इस स्थिति को कभी-कभी द्विपक्षीय निमोनिया (Bilateral Pneumonia) भी कहते हैं। यह बीमारी साधारण निमोनिया की तुलना में अधिक खतरनाक होती है क्योंकि यह शरीर में ऑक्सीजन के अवशोषण की क्षमता को बाधित करती है।

पोप फ्रांसिस के निधन से कैथोलिक चर्च के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हो गया है। दुनिया भर से धार्मिक नेताओं, राजनेताओं और करोड़ों श्रद्धालुओं की ओर से शोक संदेश और श्रद्धांजलियाँ दी जा रही हैं। वैटिकन द्वारा आगामी दिनों में उनके अंतिम संस्कार और उत्तराधिकारी चयन प्रक्रिया से संबंधित विवरण जारी किए जाने की संभावना है।

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