Japan में 15 दिन में 1000 से ज्यादा भूकंप, मंगा की भविष्यवाणी से डरा देश – 5 जुलाई बना डर का प्रतीक

भूकंप से हिला Japan, मंगा की ‘कयामत’ भविष्यवाणी ने मचाई सनसनी

Suditi Raje | Published: July 5, 2025 15:50 IST, Updated: July 5, 2025 15:50 IST
Japan में 15 दिन में 1000 से ज्यादा भूकंप, मंगा की भविष्यवाणी से डरा देश – 5 जुलाई बना डर का प्रतीक

टोक्यो | 5 जुलाई 2025


Japan इस समय एक गहरी दहशत के दौर से गुजर रहा है। बीते 15 दिनों में देश में एक-दो नहीं, बल्कि 1000 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं। लगातार आ रहे इन झटकों ने न सिर्फ आम जनजीवन को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे देश में एक मनोवैज्ञानिक भय भी व्याप्त कर दिया है। इस भय को और गहरा बना दिया है एक मशहूर जापानी मंगा (कॉमिक बुक) की भविष्यवाणी, जिसने 5 जुलाई को “कयामत का दिन” बताया था। अब जब यह तारीख सामने है, तो सोशल मीडिया और लोगों की बातचीत का केंद्र यही बन चुका है।

मंगा की भविष्यवाणी या महज इत्तेफाक?

Japan की एक लोकप्रिय मंगा सीरीज़ में 5 जुलाई को एक भीषण आपदा का संकेत दिया गया था। दिलचस्प बात यह है कि इसी मंगा ने पहले भी 2011 के भूकंप और सुनामी जैसी घटनाओं की भविष्यवाणी करने का दावा किया था। यही वजह है कि इस बार भी मंगा की भविष्यवाणी को कई लोग गंभीरता से ले रहे हैं। इंटरनेट और सोशल मीडिया पर इससे जुड़ी थ्योरीज, वीडियो और अनुमान वायरल हो रहे हैं।

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लगातार झटकों से डरे लोग, रातों की नींद गायब

टोकारा द्वीप समूह इस समय भूकंपों का केंद्र बना हुआ है। यहां रहने वाले करीब 700 लोगों की जिंदगी पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुकी है। स्थानीय लोग बताते हैं कि झटकों से पहले समुद्र की ओर से एक डरावनी गर्जना सुनाई देती है, जो भय को और बढ़ा देती है।
बीबीसी से बातचीत में एक निवासी ने कहा, “ऐसा लगता है जैसे ज़मीन हर समय कांप रही हो। अब तो नींद में भी डर लगता है।”

टूरिज्म पर भारी पड़ा डर का साया

भूकंप और मंगा की अफवाहों ने Japan के पर्यटन उद्योग पर भी असर डालना शुरू कर दिया है। अप्रैल 2025 में जहां रिकॉर्ड 3.9 मिलियन टूरिस्ट्स जापान पहुंचे थे, वहीं अब टूरिस्ट की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है। हांगकांग से आने वाले पर्यटकों में 11% की कमी आई है और कई फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं।

वैज्ञानिकों की चेतावनी – “डर नहीं, सतर्कता ज़रूरी”

हालांकि Japan की आधिकारिक आपदा एजेंसियों ने मंगा की भविष्यवाणी को कोई मान्यता नहीं दी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जापान स्थित “पैसिफिक रिंग ऑफ फायर” पर है, जहां लगातार हल्के-फुल्के भूकंप आते रहते हैं।
लेकिन इस बार झटकों की संख्या और तीव्रता ने सभी को चौकन्ना कर दिया है।

क्या सच होगी मंगा की ‘कयामत’?

5 जुलाई की तारीख को लेकर लोगों में बेहद बेचैनी है। कुछ लोग इसे महज अंधविश्वास मानते हैं तो कुछ इसे संभावित चेतावनी के रूप में देख रहे हैं। फिलहाल कोई बड़ी आपदा नहीं आई है, लेकिन लगातार भूकंप और सोशल मीडिया पर फैल रही बातों ने देश को मानसिक रूप से थका दिया है।

Japan भूकंपों के लिहाज से संवेदनशील देश है, लेकिन इस बार हालात और भावनाएं अलग हैं। विज्ञान और कल्पना के इस टकराव में डर का माहौल बन गया है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या 5 जुलाई सिर्फ एक डरावनी तारीख बनकर रह जाएगी या वास्तव में कोई बड़ी आपदा दस्तक देगी।

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