शराब की लत छुड़ाने का जबरदस्त आयुर्वेदिक उपाय, एक्सपर्ट का दावा—इस ड्रिंक से कम होगी तलब; क्रिसमस–न्यू ईयर से पहले बढ़ी शराब बिक्री पर खास रिपोर्ट

शराब की लत छुड़ाने का जबरदस्त आयुर्वेदिक उपाय, एक्सपर्ट का दावा—इस ड्रिंक से कम होगी तलब; क्रिसमस–न्यू ईयर से पहले बढ़ी शराब बिक्री पर खास रिपोर्ट

आयुर्वेदिक न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने शराब की लत पर काबू पाने के लिए एक सरल ड्रिंक सुझाया है, वहीं त्योहारी सीजन में देशभर में शराब की बिक्री में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखी जा रही है।

08 दिसंबर 2025, नई दिल्ली

शराब की आदत छुड़ाना आसान नहीं होता, यह बात हर वो व्यक्ति जानता है जो कई बार कोशिश करने के बावजूद खुद को बोतल से दूर नहीं रख पाता। लेकिन राहत की बात यह है कि आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जो धीरे-धीरे शरीर और दिमाग को शराब से दूरी बनाने में मदद करते हैं।

इसी कड़ी में आयुर्वेदिक न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने एक खास आयुर्वेदिक ड्रिंक का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि यह प्राकृतिक मिश्रण शरीर में शराब की तलब कम करता है और नियमित सेवन से धीरे-धीरे लत पर काबू पाया जा सकता है।

शराब पीने से होने वाले नुकसान

चाहे आप रोज शराब पिएं या सिर्फ विशेष अवसरों पर, इसका दुष्प्रभाव शरीर पर जरूर पड़ता है।
इसके लगातार सेवन से:

  • हार्ट पर दबाव बढ़ता है
  • लिवर की कार्यक्षमता घटती है
  • ब्रेन और गट हेल्थ प्रभावित होती है
  • कई तरह के कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है
  • समय से पहले मृत्यु की संभावना भी बढ़ती है

यानी शराब किसी भी मात्रा में आपकी सेहत से समझौता करवाती है। अच्छी बात यह है कि जैसे ही आप शराब छोड़ना शुरू करते हैं, शरीर खुद को री-कवर करने लगता है।

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फेस्टिव सीजन में उछाल—शराब बाजार में रिकॉर्ड बिक्री

क्रिसमस और न्यू ईयर के आसपास भारत में शराब की बिक्री हर साल तेजी से बढ़ती है। अक्टूबर से दिसंबर तक की फेस्टिव तिमाही में उद्योग जगत पहले ही बड़ा उछाल देखने की उम्मीद करता है, और इस बार भी दिसंबर 2025 तिमाही में 10–20% तक बढ़ोतरी का अनुमान है।

मुख्य रुझान:

  • सबसे ज्यादा बिक्री 25 दिसंबर से 31 दिसंबर के बीच दर्ज की जाती है।
  • प्रीमियम शराब—जैसे हाई-एंड व्हिस्की, जिन, वोदका—की मांग में दोगुनी वृद्धि देखी जा रही है।
  • दिल्ली–एनसीआर (दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम) और दक्षिण भारतीय राज्यों में बिक्री सबसे मजबूत रहती है।
  • त्योहारी सीजन में राज्य सरकारों का आबकारी राजस्व भी बड़े पैमाने पर बढ़ जाता है।
  • राज्यों की नई आबकारी नीतियां बिक्री के पैटर्न को प्रभावित करती हैं, लेकिन त्योहारों में मांग हमेशा ऊंची रहती है।

जहां एक तरफ त्योहारों के मौसम में शराब बाजार में तेजी है, वहीं दूसरी तरफ कई लोग खुद को इस आदत से छुटकारा दिलाने की कोशिश भी कर रहे हैं। आयुर्वेदिक विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए प्राकृतिक उपाय उन लोगों के लिए उम्मीद की नई किरण हो सकते हैं जो इस आदत से बाहर निकलना चाहते हैं।

अगर आप भी शराब की लत से परेशान हैं, तो यह सही समय है खुद को बदलने का—क्योंकि शराब छोड़ते ही आपका स्वास्थ्य तेजी से सुधरना शुरू हो जाता है।

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